बाबा केदारनाथ के श्रद्धालुओं के लिए शुभ समाचार है। आज विधिवत पूजा-अर्चना के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई। इस पौराणिक परंपरा के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की औपचारिक प्रक्रिया का भी शुभारंभ हो गया है।
डोली यात्रा अपने निर्धारित पड़ावों से गुजरते हुए भक्तों के जयकारों और भक्ति भाव के वातावरण के बीच आगे बढ़ेगी। बताया गया है कि एक मई को बाबा केदार की डोली गौरीकुंड से अंतिम चरण की यात्रा तय कर केदारनाथ धाम पहुंचेगी। इसके बाद 2 मई को प्रातः 7 बजे वृष लग्न में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिए जाएंगे।
कपाट खुलने की इस शुभ घड़ी का भक्तों को पूरे वर्ष बेसब्री से इंतजार रहता है। बाबा केदार के दर्शनों के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर साल केदारनाथ धाम की यात्रा करते हैं। इस अवसर पर स्थानीय प्रशासन और तीर्थ पुरोहितों द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन और यात्रा का अनुभव मिल सके।
यह ऐतिहासिक और आध्यात्मिक यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि हिमालय की दिव्यता और भारतीय संस्कृति की गहराई को भी दर्शाती है।