पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है। अफरीदी ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत खुद ही अपने लोगों को मरवाता है और फिर खुद ही दावा करता है कि हमले में बाहरी हाथ शामिल हैं।
शाहिद अफरीदी ने इस मुद्दे पर एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें वे भारत से हमले में पाकिस्तान के शामिल होने के सबूत मांगते नजर आए। अफरीदी ने कहा कि “हर बार भारत बिना किसी ठोस प्रमाण के पाकिस्तान पर आरोप लगाने लगता है। अगर भारत को यकीन है कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ है, तो उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठोस सबूत पेश करने चाहिए। आरोप लगाना आसान है, लेकिन सच्चाई सामने लाना जरूरी है।”
अफरीदी के इस बयान ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आक्रोश पैदा कर दिया है। जबकि पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद ने भारत में कई निर्दोष लोगों की जान ली है, ऐसे में अफरीदी का इस तरह का बयान देना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि आतंकवाद के प्रति एक तरह की मूक सहमति जैसा भी नजर आता है।
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया था। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है।
शाहिद अफरीदी का इस संवेदनशील मुद्दे पर गैरजिम्मेदाराना बयान देना यह दिखाता है कि वे किस तरह तथ्यों को नजरअंदाज कर अपने देश का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत सरकार ने साफ शब्दों में कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई जारी रहेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।