पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है। इस बढ़ते तनाव के चलते दोनों देशों ने अपने-अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय उड़ानों पर बड़ा असर पड़ रहा है। इस फैसले से सबसे बड़ी मार भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया पर पड़ सकती है।
Air India का मानना है कि अगर पाकिस्तान अपने एयरस्पेस को एक साल तक बंद रखता है, तो कंपनी को करीब 60 करोड़ डॉलर (लगभग 5053 करोड़ रुपये) की अतिरिक्त लागत का सामना करना पड़ सकता है। यह लागत उड़ानों की दूरी बढ़ने, ईंधन की ज्यादा खपत, स्टाफ के समय में इजाफा और संचालन में देरी जैसे कई कारणों से होगी।
पाकिस्तानी एयरस्पेस के बंद होने से यूरोप और अमेरिका के लिए उड़ानें लंबा रूट लेने को मजबूर हो जाती हैं, जिससे न केवल यात्रा का समय बढ़ता है, बल्कि यात्रियों की असुविधा और परिचालन लागत भी काफी बढ़ जाती है। एयर इंडिया के अधिकारियों का कहना है कि पिछले अनुभवों के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है, जब 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस करीब पांच महीने तक बंद रखा था।
इस हालात में एयरलाइन इंडस्ट्री को सरकार की मदद की दरकार हो सकती है, ताकि वह इस अतिरिक्त आर्थिक बोझ को सह सके।