भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को एक नया और सख्त मोड़ देते हुए हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया है। यह अभियान सेना, वायुसेना और नौसेना के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है, जिसमें सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों को बेहद सटीक और शक्तिशाली हथियारों से निशाना बनाया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की खास बात इसका समन्वित और सुनियोजित ढांचा रहा, जिससे यह सुनिश्चित किया गया कि आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को नेस्तनाबूद किया जा सके। सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में आधुनिक तकनीक और खुफिया जानकारी का कुशल उपयोग करते हुए दुश्मन के कई अहम ठिकानों पर घातक हमला किया गया।
इस रणनीतिक हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है। वहां के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने आनन-फानन में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसमें देश की आंतरिक सुरक्षा और सैन्य तैयारियों की समीक्षा की गई।
भारत की यह सख्त कार्रवाई न केवल आतंकवादियों को स्पष्ट संदेश देती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाती है। यह ऑपरेशन बताता है कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब कूटनीति या सिर्फ बयानबाज़ी से नहीं, बल्कि ठोस सैन्य कार्रवाई से देगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की रणनीतिक ताकत और आतंकवाद से निपटने की नई सोच का प्रतीक बनकर उभरा है।