‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल क्रियान्वयन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट मंत्रियों के साथ एक अहम बैठक की, जिसमें देश की सुरक्षा स्थिति और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। इस आपात बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य कार्रवाई की पूरी जानकारी कैबिनेट को दी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन किस तरह तीनों सेनाओं — थलसेना, वायुसेना और नौसेना — के समन्वय से चलाया गया और किस प्रकार दुश्मन के आतंकी ठिकानों पर सटीक प्रहार किए गए।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सेना के साहसिक अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह करना ही था… पूरा देश हमारी ओर देख रहा था। हमें अपनी सेना पर गर्व है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब किसी भी आतंकवादी हमले का जवाब तत्काल और निर्णायक रूप से देगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत की नीति और संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने बल दिया कि अब समय आ गया है जब देश की सुरक्षा के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को सख्ती से लागू किया जाए।
बैठक के अंत में कैबिनेट के सभी सदस्यों ने मेज थपथपाकर सैन्य बलों की कार्रवाई का स्वागत किया और एक स्वर में सेना को सलाम किया। इस भावनात्मक क्षण ने यह साबित कर दिया कि देश की सुरक्षा के मामले में राजनीतिक नेतृत्व एकजुट और अडिग है। यह बैठक न केवल सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाती है, बल्कि भारत की नई रणनीतिक सोच और सैन्य आत्मनिर्भरता की दिशा में एक निर्णायक कदम भी साबित हुई।