शिक्षा के मंदिरों में जहां बच्चों को ज्ञान, नैतिकता और अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है, वहीं से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है। मुंबई के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल की एक वरिष्ठ अंग्रेजी शिक्षिका (English Teacher) पर अपने ही 11वीं कक्षा के छात्र के साथ एक वर्ष तक शारीरिक संबंध बनाए रखने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में एक और महिला शिक्षिका की भूमिका भी जांच के घेरे में है।
कैसे हुई शुरुआत?
जानकारी के मुताबिक, घटना की शुरुआत दिसंबर 2023 में हुई थी जब स्कूल में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान शिक्षिका की नजर छात्र पर पड़ी। वह छात्र कार्यक्रम के डांस (Dance Group) ग्रुप का हिस्सा था। तभी से छात्र पर शिक्षिका की “विशेष रुचि” शुरू हुई, जो धीरे-धीरे निजी मेलजोल और शारीरिक संबंधों में बदल गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शिक्षिका ने छात्र से व्यक्तिगत रूप से संपर्क बनाना शुरू किया। उसे अलग-अलग बहाने से स्कूल के बाद बुलाया जाने लगा। कुछ मुलाकातें स्कूल परिसर से बाहर भी हुईं, जिनमें फाइव स्टार होटलों में ठहराव, शराब सेवन, और निजी समय बिताना जैसी बातें सामने आई हैं।
दूसरी शिक्षिका की भूमिका
इस पूरे घटनाक्रम में एक और महिला शिक्षिका की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। बताया जा रहा है कि जब छात्र रिश्ते को लेकर असहज हुआ, तो दूसरी शिक्षिका ने उसे मानसिक रूप से तैयार किया और यह कहकर समर्थन दिया कि “ऐसे रिश्ते आजकल आम हैं।”
इसने छात्र के मन में भ्रम और दबाव दोनों पैदा किए।
छात्र के व्यवहार में आया बदलाव
करीब एक साल तक यह सब चलता रहा। धीरे-धीरे छात्र के व्यवहार में बदलाव आने लगा – वह चिड़चिड़ा रहने लगा, पढ़ाई में रुचि घट गई, और मानसिक रूप से अवसाद में चला गया। जब अभिभावकों ने उसके बदले हुए स्वभाव पर ध्यान दिया, तो गहराई से पूछताछ की। यहीं से पूरा मामला उजागर हुआ।
पुलिस ने क्या कहा?
छात्र के परिजनों की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
शुरुआती जांच में पुष्टि हुई है कि छात्र का मानसिक और शारीरिक शोषण लंबे समय से हो रहा था।
पुलिस के मुताबिक, शिक्षिका ने छात्र को बहलाने के लिए कभी-कभी एंटी-एंग्जायटी मेडिसिन्स भी दीं, ताकि वह शांत रहे और बात किसी को न बताए।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में शिक्षिका ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसके मोबाइल फोन और सोशल मीडिया चैट्स की भी जांच की जा रही है। दूसरी शिक्षिका से भी पूछताछ की जा रही है, हालांकि अब तक उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है।
अब अगला कदम
शिक्षिका को फिलहाल पुलिस हिरासत में रखा गया है। IPC की पॉक्सो एक्ट और अन्य यौन अपराधों से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। अदालत में पेशी के दौरान कई साक्ष्य प्रस्तुत किए गए हैं।
अब सवाल उठता है — क्या एक छात्र का जीवन बर्बाद करने वाली शिक्षिका को कानून सजा देगा? या मामला भीड़ में दब जाएगा?
शिक्षा जगत के लिए चेतावनी
यह घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र के लिए एक चेतावनी है। शिक्षक-छात्र के बीच का भरोसा जब मर्यादा तोड़ता है, तो उसका असर एक पीढ़ी पर पड़ता है।अब ज़रूरत है कि स्कूल प्रबंधन ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त सतर्कता बरते और छात्रों की मानसिक सुरक्षा को प्राथमिकता दे।